आज के दौर में ऐसा देखा जा रहा है कि कई झूठे केस बनते जा रहे ओर इन झूठे मामलों से कई मासूम बेचारे शिकार बन जाते है इसे के चलते एक मामला अमेरिका से सामने आया है ।जिसने हम सभी को हैरान करके रख दिया है।
किसी भी देश में कानून इसलिए बनाए जाते है ताकों वह जो भी अपराध है उनका निवारण हो सके न कि उनका दुरुपयोग हो सके ।
यह मामला इतना हैरान कर देने वाला है कि कोई ऐसा कैसे कर सकता है ।यह मामला अमेरिका का है जहां एक लड़की एक लड़के से प्यार करती थी लेकिन वो लड़का उस लड़की को नहीं पसंद करता था यह बात जब लड़की को पता चली तो लड़की ने रेप के झूठे केस में उस लड़के को फसा दिया जिस में ओर 3 लड़कों की जिंदगी खराब हो गई ।
यह मामला 2006,मार्च का है, जहां क्रिस्टल मैंगम और एक अन्य डांसर को एक पार्टी में परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया. इस पार्टी को ड्यूक यूनिवर्सिटी के लैक्रोस खिलाड़ियों द्वारा आयोजित किया गया था, जहां खूब अच्छे से पार्टी चली और अंत में इन दोनों डांसरों में एक मैंगम ने आरोप लगाया कि वहां मौजूद तीन खिलाड़ियों- डेविड इवांस, कोलिन फिनर्टी और रीड सेलिगमैन ने उनके साथ रेप किया है. इस आरोप के बाद उनके ऊपर मुकदमा चला.
कैसे सामन आई ये बात
Mangum ने इस बात को पूरी तरह से साबित कर दिया था कि इन 3 ने मिलकर मेरा रेप किया जिसने अदालत ने उन खिलाड़ियों को सजा सुना दी थी ।लेकिन अब ये बात सामने आ रही है कि रेप जैसी तो कोई बात ही नहीं यह सब एक खेल रचाया हुआ था mangum का जिसने 3 लोगो को जिंदगी खराब कर दी ।और ऐसा बताया जा रहा है कि mangum खुद मर्डर केस में दोषी पाई गई है
बीते महीने एक इंटरव्यू में ‘उत्तरी कैरोलिना सुधारात्मक महिला संस्थान’ में रिकॉर्ड किया गया था. वह खुद मैंगम अपने बॉयफ्रेंड के हत्या के आरोप में कैद थी. जब उनसे यह पूछा गया कि, रेप के केस के बारे में तो उन्होंने बताया कि मैंने ये झूठी गवाही इसलिए दी थी क्योंकि मैं उनमें एक को चाहती थी. उन्हें सिर्फ इस बात का अहसास दिलाने के लिए मैं उनसे प्यार करती हूं इसलिए मैंने ये झूठी गवाही दी. वे इस सज़ा के लायक नहीं थे. उम्मीद है कि तीनों व्यक्ति मुझे माफ कर देंगे
इस मामले से खिलाड़ियों को साल 2007 में बरी कर दिया था और उनके खिलाफ लगाए आरोपों को हटा लिया गया है. इस केस को लेकर जब जांच पड़ताल की गई तो जिला अटॉर्नी माइक निफोंग ने (जो इस मामले में क्रिस्टल मैंगम के वकील थे) सबूतों को छिपाया था. इसी को देखते हुए उन्हें उसी साल बर्खास्त कर दिया गया.